जशपुर. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की ओर से जिले के प्रसिद्ध प्राकृतिक एवं धार्मिक पर्यटन स्थल मई 2019 को पर्यटन विभाग ने स्वदेश योजना के दूसरे चरण में शामिल किया है। इस योजना में पर्यटन स्थलों में सौंदर्य प्रसाधनों का तेजी से विकास शामिल है। इसके साथ ही इसके प्रचार-प्रसार से यहां हलचल बढ़ने की भी संभावना है।
मायाली का महत्व और महत्व
बताया गया है कि मयाली नेचर कैंप, जिले के कुनकुरी झील में चराईडांड प्लाजा स्टेट हाईवे में स्थित है। बेलसोंगा डेम और एशिया की सबसे ऊंची लिंगींग माना जाने वाला मधेश्वर पर्वत का विहंगम मनमोहक विजुअल ड्रामा को चौदह समय का प्रोजेक्ट करने का मौका देता है। वनविभाग ने यह स्थल रेस्तरां की सुविधा के लिए भी पेश किया है। इन रेस्तरां हाउस में डेम के किनारे, हरियाली से जुड़े प्राकृतिक स्थल पर रात्रि विश्राम के परिवार के साथ आनंद उठाने के लिए भारी संख्या में छूटे हुए हैं। विशेष कर अगले कुछ दिनों में यहां पर तूफान की हलचल अधिक रहती है।
माइक्रोसॉफ्ट को मायली नेचर कैंप में बोटिंग का आनंद उठाने की सुविधा भी दी गई है। इसके लिए गाइड के साथ सुरक्षा के सभी मानक बनाए गए हैं। राज्य सरकार के सहयोग से मयाली नेचर कैम्प में कैक्ट्स गार्डन का विकास भी किया जा रहा है। इस खास गार्डन में देश भर में जाने वाले कैक्ट्स के युवाओं को शामिल किया गया है ताकि जेनरेशन कैमेंट्स से भली-भाली नामांकित हो सकें। इसका एक उद्देश्य लोगों को बायोडायवर्सिटी और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिक्रिया देना भी है।
दस करोड़ के कारोबार के लिए विकास
स्वदेश दर्शन योजना में शामिल होने के साथ ही पर्यटन विभाग ने मायाली के विकास के लिए 10 करोड़ की पेशकश की है। इसके लिए नेशनल डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन कमेटी का गठन किया गया, विकास के लिए एक्शन प्लान और जीप तैयार करने का निर्देश दिया गया है।