सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने बुधवार को पूर्व अग्निवीरों को अपने रैंक में शामिल करने के लिए एक महत्वपूर्ण नीतिगत बदलाव की घोषणा की। गृह मंत्रालय ने अधिसूचित किया कि अग्निवीरों को उनके 4 साल के कार्यकाल के बाद जो अनुभव और प्रशिक्षण मिलता है, वह उन्हें बल के लिए आदर्श उम्मीदवार बनाता है। BSF के महानिदेशक ने इस निर्णय की घोषणा की, जिसमें पूर्व अग्निवीरों के लिए 10% आरक्षण और आयु में छूट पर प्रकाश डाला गया।
एमएएच ने एक बयान में इस बात पर जोर दिया कि यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण और गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन के अनुरूप है।
बीएसएफ ने 4 साल के अनुभव के बाद पूर्व अग्निवीरों को बल के लिए उपयुक्त पाया। डीजी बीएसएफ ने कहा, उन्हें 10% आरक्षण और आयु में छूट मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और अमित शाह के मार्गदर्शन में लिए गए फैसले से सुरक्षा बल मजबूत होंगे: गृह मंत्रालय — ANI (@ANI) जुलाई 24, 2024
इससे पहले, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की थी कि राज्य के अग्निवीरों को, जो अपनी सेवा पूरी कर लेंगे, विभिन्न राज्य विभागों में पद दिए जाएंगे तथा उनके लिए आरक्षण का प्रावधान भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री देहरादून में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, जब उन्होंने बताया कि अग्निवीर योजना की शुरूआत के बाद उन्होंने सेना के अधिकारियों, भूतपूर्व सैनिकों, सैनिकों और अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की थी।