अनिल मालवीय, इछावर। राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के क्षेत्र में भू-धारण अधिकार पत्र (पट्टा) में धंधली सामने आई है। जहां पटवारी व अन्य जिम्मेदारों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 38 लोगों को धारण अधिकार का वितरण कर डाला। इस पूरे मामले का खुलासा उस समय हुआ जब एक हितग्राही ने पूर्ण आदेश व संपूर्ण की कॉपी निकालने के लिए कलेक्ट्रेट कार्यालय में आवेदन दिया। तब पता चला कि प्रावधानित अधिकार पत्र फर्जी बताए गए हैं। इनका कलेक्ट्रेट में कोई रिकॉर्ड ही नहीं है।
इछावर उप पंजीयक कार्यालय ने भू-धारण अधिकार पुस्तिका की रजिस्ट्री की है। जिसमें कलेक्टर के आदेश पर तत्कालीन पार्षद व वर्तमान में राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के पीए विष्णु प्रसाद यादव विक्रेता के रूप में हैं। ये सभी अपने कार्यकाल के हैं। वहीं इस पूरे मामले को उजागर करने वाले भी मंत्री करण सिंह के पूर्व पीए और वर्तमान अभिनेत्री जमील खान हैं।
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सालों से मकान बनाकर रह रहे लोग आज भारी रकम देने के बाद भी अपने आप को ठगा सा और अपराधी की तरह महसूस कर रहे हैं। पटवारी के कहने पर अपने मकान के लीगल डॉक्यूमेंट्स के लालच में 38 लोगों ने मोटी रकम पटवारी को दी थी। अब सभी तहसील कार्यालय से मिले नोटिस का जवाब देने के लिए चक्कर काट रहे हैं।
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जानकारी के अनुसार, भू-धारण अधिकार के 14 प्रावधान ही वैध पाए गए हैं। जिसमें सभी लीगल डाक्युमेंट्स लगने के बाद हितग्राहियों को अधिकार पत्र दिए गए। यह कलेक्टर से जारी हुआ, लेकिन इनके साथ कलेक्टर के फर्जी तरीके से बनाए गए आदेश के आधार पर 38 लोगों के धारण अधिकार पत्र बनाए गए। वर्तमान की राशि व प्रकरण भी संदिग्ध हैं। इस पूरे मामले में सुशांत जमीन खान ने कहा कि जांच की जा रही है।
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