स्नातक के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET UG) 2024 विवादों में घिर गई है, जिससे छात्रों, अभिभावकों और शैक्षिक हितधारकों के बीच काफी चिंताएँ पैदा हो गई हैं। विसंगतियों, पेपर लीक और अनुचित ग्रेडिंग के आरोपों ने एक गरमागरम बहस को जन्म दिया है जो अब सुप्रीम कोर्ट के दरवाज़े तक पहुँच गई है। यह लेख NEET UG 2024 विवाद का एक व्यापक अवलोकन प्रदान करने का प्रयास करता है, जिसमें प्रमुख मुद्दों और छात्रों की माँगों पर प्रकाश डाला गया है।
NEET UG 2024 विवाद: एक विस्तृत अवलोकन
NEET UG 2024 को लेकर विवाद कई स्तरों पर है, जिससे स्थिति और जटिल होती जा रही है। विवाद के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
टॉपर्स की असामान्य संख्या: परंपरागत रूप से, NEET UG में एक या दो छात्र सर्वोच्च अंक प्राप्त करते हैं। हालाँकि, इस वर्ष, कुल 67 छात्रों ने 720 का पूर्ण स्कोर प्राप्त किया है। इस अभूतपूर्व घटना ने परीक्षा की सत्यनिष्ठा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
विशिष्ट केंद्रों में शीर्ष अंकों का संकेन्द्रण: शीर्ष अंक प्राप्त करने वाले बहुत से छात्र एक ही परीक्षा केंद्र से आते हैं। उच्च अंकों के इस समूहन के कारण पक्षपात या कदाचार का संदेह पैदा होता है।
पेपर लीक के आरोप: परीक्षा से पहले कई केंद्रों पर पेपर लीक होने की खबरें सामने आईं। इससे परीक्षा प्रक्रिया की निष्पक्षता और सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।
अनुग्रह अंक आवंटन में विसंगतियां: कुछ छात्रों का आरोप है कि कुछ केंद्रों के उम्मीदवारों को चुनिंदा रूप से अनुग्रह अंक प्रदान किए गए, जबकि कई स्थानों पर परीक्षाएं देरी से शुरू हुईं।
स्कोरिंग में विसंगतियां: 68वीं और 69वीं रैंक वाले दो छात्रों ने क्रमशः 718 और 719 अंक प्राप्त किए। NEET की मार्किंग स्कीम के अनुसार, ऐसे अंक संभव नहीं होने चाहिए, जिससे संदेह और बढ़ जाता है।
गिरफ़्तारियाँ और जाँच: बिहार पुलिस ने पेपर लीक मामले में 13 लोगों को गिरफ़्तार किया है। मामले को विस्तृत जाँच के लिए आर्थिक अपराध इकाई को सौंप दिया गया है।
सर्वोच्च न्यायालय की भागीदारी और कार्यवाही
यह विवाद बढ़ता हुआ सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया, जिसने अब मामले की सुनवाई 8 जुलाई 2024 तक टाल दी है। कोर्ट ने एनटीए से अभ्यर्थियों की चिंताओं का संतोषजनक जवाब देने को कहा है। एनटीए के जवाब का इंतजार करते हुए कोर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि एक ही मुद्दे पर बार-बार चर्चा करना निरर्थक होगा और एनटीए की ओर से निर्णायक जवाब आना जरूरी है।
विवाद पर एनटीए की प्रतिक्रिया
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने कई मौकों पर आरोपों का जवाब दिया है, फिर भी छात्र असंतुष्ट हैं। यहाँ NTA के रुख का सारांश दिया गया है:
ग्रेस मार्क्स का औचित्य: एनटीए ने माना कि कुछ केंद्रों पर परीक्षा के पेपर देरी से वितरित किए गए थे। खोए हुए समय की भरपाई के लिए ग्रेस मार्क्स दिए गए, जिसके परिणामस्वरूप कुछ उम्मीदवारों को 718 और 719 अंक मिले।
पेपर लीक से इनकार: एनटीए ने पेपर लीक के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए इन आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति भी गठित की है।
मुद्दे का दायरा: एनटीए के अनुसार, यह विवाद केवल 1,600 छात्रों को प्रभावित करेगा, न कि परीक्षा देने वाले सभी 24 लाख उम्मीदवारों को।
राजनीतिक निहितार्थ और पुनर्परीक्षण की मांग
NEET UG 2024 विवाद ने राजनीतिक मोड़ भी ले लिया है, जिसमें विभिन्न दल बहस में शामिल हो गए हैं। परीक्षा रद्द करने और दोबारा परीक्षा आयोजित करने की मांग तेज़ हो गई है। यह मांग इस विश्वास से उपजी है कि केवल दोबारा परीक्षा ही सभी उम्मीदवारों का निष्पक्ष और निष्पक्ष मूल्यांकन सुनिश्चित कर सकती है।
छात्रों की मांगें और भविष्य के निहितार्थ
विवाद के केंद्र में छात्रों की मांगें हैं, जो परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता चाहते हैं। मुख्य मांगें इस प्रकार हैं:
अंकों का पुनर्मूल्यांकन: किसी भी विसंगति या अनुचित व्यवहार की पहचान करने के लिए परीक्षा के अंकों का गहन पुनर्मूल्यांकन।
पेपर लीक के आरोपों की जांच: जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने के लिए पेपर लीक के आरोपों की व्यापक जांच की जाएगी।
सभी अभ्यर्थियों के लिए समान व्यवहार: यह सुनिश्चित करना कि सभी अभ्यर्थियों के साथ समान व्यवहार किया जाए, विशेष रूप से अनुग्रह अंक आवंटन और परीक्षा समय के संदर्भ में।
निष्कर्ष
NEET UG 2024 विवाद वर्तमान परीक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण खामियों को उजागर करता है और पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए मजबूत उपायों की आवश्यकता को दर्शाता है। जैसा कि सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई जारी रखता है, हजारों इच्छुक मेडिकल छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। परीक्षा प्रक्रिया में विश्वास बहाल करने के लिए अधिकारियों के लिए इन चिंताओं को व्यापक रूप से संबोधित करना अनिवार्य है।
पूछे जाने वाले प्रश्न
NEET UG 2024 विवाद में मुख्य मुद्दा क्या है?
मुख्य मुद्दों में असामान्य रूप से उच्च संख्या में पूर्ण अंक, पेपर लीक के आरोप, तथा अनुग्रह अंकों के आवंटन में विसंगतियां शामिल हैं।
NEET UG 2024 में कितने छात्रों ने पूर्ण अंक प्राप्त किए?
NEET UG 2024 में कुल 67 छात्रों ने 720 अंक प्राप्त किए।
सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को क्या करने को कहा है?
सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए से अभ्यर्थियों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर संतोषजनक स्पष्टीकरण देने को कहा है।
क्या NEET UG 2024 पेपर लीक से संबंधित कोई गिरफ्तारी हुई है?
जी हां, बिहार पुलिस ने पेपर लीक मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पेपर लीक के आरोपों पर एनटीए का रुख क्या है?
एनटीए ने पेपर लीक के आरोपों को निराधार बताते हुए इनका खंडन किया है।
क्या NEET UG 2024 की पुनः परीक्षा की मांग हो रही है?
हां, छात्रों और राजनीतिक दलों की ओर से परीक्षा रद्द करने और दोबारा परीक्षा आयोजित करने की मांग बढ़ रही है।