सुरेश प्रतागिरी, बीजापुर। छत्तीसगढ़ सरकार की बातचीत की पहली कड़ी बताते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ अपने विकास विरोधों को अंजाम देने में विफल रहा है। इस प्रकरण में पीडिया घिरे को फर्जी बताते हुए आवापल्ली से उसूर जाने वाली सड़क को बैनर-पोस्टर के जरिए 26 मई को बंद करने का आह्वान किया गया है। यह भी पढ़ें : अपडेट : बारूद फैक्ट्री में विस्फोट के तीन घंटे बाद पहुंचे कलेक्टर रान शर्मा, 4 घंटे बाद पहुंचीं दमकल गाड़ियां
सीपीआई (माओवादी) दक्षिण के सभी जोनल ब्यूरो की ओर से फेंके गए पर्चे में पिछले 10 मई को फर्जी विवरण के साथ पर्चे में फंसाकर बंद करने का इरादा किया गया है। इसके साथ ही पर्चे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव सरकार को आदिवासी विरोधी बताया गया है।
बीजापुर स्पेशल एसपी चंद्रकांत गर्वना ने कहा कि दो-तीन स्थानों पर सड़क को काट दिया गया था, जैसे ही हमें इसकी सूचना मिली, मौके से हमारी टीम ने सड़क को दुरुस्त कर दिया है। इसके साथ ही सड़क पर चलना शुरू हो गया है।
छत्तीसगढ़ की खबरें यहां पढ़ने के लिए क्लिक करेंउत्तर प्रदेश की खबरें यहां पढ़ने के लिए क्लिक करेंलल्लूराम डॉट कॉम की खबरें अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करेंखेल की खबरें यहां पढ़ने के लिए क्लिक करेंमनोरंजन की बड़ी खबरें यहां पढ़ने के लिए क्लिक करें