प्रतीक चौहान. रायपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन (एसईसीआर) के रायपुर रेल मंडल में अब अवैध वेंडरों पर कार्रवाई का खतरा नहीं है। या यू कहें कि वीडियो भी यही चाहता हो कि अवैध वेंडर्स में रह रहे हो! यही कारण है कि रेस्तरां में स्टॉक और अवैध वेंडरों की मिलि-जूली सरकार देखने को मिलती है। मिली-जुली इसलिए क्योंकि कागजों में वेंडरों की पकड़ भी है और फिर से वेंडर अवैध वेंडिंग भी करते हैं। लेकिन कार्रवाई महीने में 1-2 बार होती है और वेंडर रोज होता है।
यानी अगर कोई पूछता है तो जवाब देता है तो हम लगातार कार्रवाई करते हैं… लेकिन ये नहीं कि कर्मचारी महीने में 1-2 बार वेंडर पर पेपर्स में कार्रवाई करते हैं, भारी वसूली होती है और वो बाकी दिन रोजाना अवैध वेंडिंग करते हैं। अब इस मिली-जुली सरकार के लिए क्या फंडा निजीकरण है ये तो वो ही बेहतर बता सकता है।
इसी बीच दुर्ग में धार्मिक विभाग ने क्लिट्स इंस्पेक्टर को एक पत्र लिखा है, जिसमें अवैध वेंडर के विस्फोटकों की बात लिखी गई है और उसे आगामी कार्रवाई के लिए प्रकाशित किया गया है। एसईसीआर