रायपुर। हेल्थ स्टाफ फेडरेशन के बैनर तले सभी 12 कर्मचारियों के करीब 40 हजार कर्मचारियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी है। मंगलवार को पूरे 33 जिलों में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। कर्मचारियों ने आज प्रदर्शन के साथ ही रैली निकाल कर अपने-अपने स्टूडियो में डेमोक्रेट को मुख्यमंत्री के नाम की अनुमति नहीं दी।
पोस्टमॉर्टम, मोसी के काम पर असर
इस हड़ताल से सरकारी अस्पतालों में स्पाइरल, टेलीकॉम, आपरेशन और सर्विसेज सेवाओं पर असर पड़ा है। प्रदेश भर में संचालित प्राथमिक से लेकर जिला निजीकरण में मेडिकल के स्ट्राइक पर जाने से स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ा है। पोस्टमॉर्टम और मोतियाबिंद जैसे काम पुराने डॉक्टरों को करने पड़ रहे हैं। राजधानी के कोलम्बिया अस्पतालों में कुछ सात्विक भंडार रखे गए हैं।
राजधानी के सभी नियमित कर्मचारी नवा रायपुर के टूटे में प्रदर्शन कर रहे हैं। कल सभी प्रतिभागियों के प्रतिनिधि भी टुटा में शामिल होंगे। दूसरी ओर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी महासंघ ने भी हड़ताल का समर्थन किया है। फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने एक बयान जारी कर कहा है कि छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी महासंघ से जुड़े अपने सभी जिला पदाधिकारियों से अपील की है कि छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य महासंघ के आज जिला स्तरीय धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम में अपने साथियों के साथ समर्थन में शामिल हों ।। हेल्थ फेडरेशन हेल्थकेयर एसोसिएट्स एसोसिएशन कैडर की वेतनमान, डॉक्टरों का चार मानक वेतन, जूनियर डॉक्टर का स्टाफ और स्टाफ का अलगाव, सीओवीआईडी का सिद्धांत, हिंसा से मुक्ति सेवा का माहौल देना की मांग की जा रही है।