रायपुर। कांकेर में सीजेएम कृष्णकांत भारद्वाज ने पद से इस्तीफा देते हुए बिलाईगढ़ सीट से कांग्रेस पार्टी से टिकट की मांग कर दी है। उनका कहना है कि अभी तक सच को जीता कर मैंने अपना कर्तव्य निभाया है, अब आने वाले समय में जनता का सेवक बनना चाहता हूं।
प्रदेश में अब तक पुलिस और रेलवे सेवा से जुड़े अधिकारी चुनावी मैदान में कूदने की खबरें तो आती रहती हैं, मगर ऐसा पहली बार हो रहा है जब दरभंगा में प्रमुख पद पर बैठे मजिस्ट्रेट ने मैदान में राजनीति के ताल ठोकी हो। कांकेर के न्यायलय में मुख्य मंदिर मजिस्ट्रेट (सीजेएम) कृष्णकांत भारद्वाज ने अपना पद खाली कर बिलाईगढ़ से टिकट खाली कर दिया है। उन्होंने 20 अगस्त को कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष बिलाईगढ़ को आवेदन दिया है।
महीनों से चल रही है तैयारी
पता चला कि सीजेएम कृष्णकांत भारद्वाज ने कुछ महीने पहले ही चुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी। इसके लिए वे कांग्रेस के दिग्गज नेताओं से भी मुलाकात कर चुके हैं। भारद्वाज काफी समय से राष्ट्रपति महाअभियान में भी स्टाइलिश बने हुए हैं। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि कृष्णकांत वर्ष 2020 से ही क्षेत्र में काफी सक्रिय हैं।
अब 6 सितंबर को कांग्रेस फाउंडेशन की पहली लिस्ट आने वाली है।
जानिए सी सनातन कृष्णकांत भारद्वाज को
सी विश्वनाथ कृष्णकांत भारद्वाज छत्तीसगढ़ के बिलाईगढ़ में ही रहते हैं। उन्हें रहस्यमयी कार्य करते हुए लगभग 15 साल हो गए हैं। वर्तमान में कृष्णकांत भारद्वाज कांकेर जिले के प्रमुख मंदिर जादूगर पद पर हैं।
टिकट को लेकर ये कहा…
कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष बिलाईगढ़ आवेदन के बाद कृष्णकांत भारद्वाज ने कहा कि अगर उन्हें टिकट नहीं मिले तो कोई अफसोस नहीं होगा, क्योंकि मेरा उद्देश्य सिर्फ जनता की सेवा करना है।
बता दें कि बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान में कांग्रेस के चंद्रदेव राय विधायक हैं। शिक्षक नेता रहे चंद्रदेव राय ने भी वर्ष 2018 में अपने पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस की टिकट पर चुनाव में विधायक की जीत हासिल की थी। पिछले दिनों ही ईडी ने यहां के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंद्रदेव राय को एक मामले में गिरफ्तार किया था। पार्टी अगर अपनी टिकटें काटती है तो कृष्णकांत रिचर्ड्स स्कोर्ट की शिकायत हो सकती है।