आसाराम बाबू की रिलीज के लिए तार्किक साधकों ने दिया नारा, 'जो हमारे साथ नहीं, चुनाव में हम उनके साथ नहीं'

ललित सिंह ठाकुर, राजानंदगांव। जेल में सजा काट रहे आसाराम के चमड़े के सामान और रिहाई की मांग को लेकर साधकों ने शहर में आम सभा और रैली का आयोजन किया। इस दौरान साधकों ने 'जो हमारे साथ नहीं है।' हमने चुनाव में उनके साथ 'नहीं' का नारा लगाया। इसे भी पढ़ें: डॉ. राज्यसभा सांसद ने किया राजनीति छोड़ने का ऐलान, ट्वीट कर कही ये बात

राजनांदगांव शहर के इमाम चौक पर महिला आंदोलन मंडल की ओर से आम सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान साधक-साधिक ने कहा कि आसाराम चौपाल पर लगाए गए इल्जाम व्यापारी हैं। उन्होंने कहा कि नाबालिग लड़की की मूर्ति स्थापित की गई थी, और ऐसे कई निशान हैं जो इस मामले में आसाराम के बंगले को फंसाने की ओर इशारा कर रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान तृप्ति वैष्णव ने कहा कि पूरे मामले की गहन जांच होनी चाहिए।

वहीं श्री योग वेदांत समिति के बाल संस्कार प्रभारी संजय साहू ने कहा कि बाबूलाल के साथ अन्याय हो रहा है। इस उम्र में भी वे जेल की सलाखों के पीछे हैं, जबकि कई संगीन अपराधी पैरोल और बेल में बाहर घूम रहे हैं। आम सभा के बाद शहर में रैली के अनुयायियों ने राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री, गृह मंत्री, सर्वोच्च न्यायालय के नाम से नामांकन के माध्यम से नामांकन किया, जो कि सत्यकर आसाराम बाबू के बेहतर इलाज के लिए उन्हें रिक्शा करने की गुजराती है।